बलिउड बादशाह वा किङ अफ रोमान्सको रुपमा स्थापित छन् स्टार शाहरुख खान। उनको अभिनयले मात्र होइन गेट-अप, लुक्स र फिल्मको डायलगले पनि दर्शकमाझ चर्चा बटुलिरहन्छ।
यहाँ उनको हिट फिल्मको केही त्यस्ता डायलगहरु छन् जसले निकै चर्चा कमायो। र, यिनै डायलगहरुले उनको २५ वर्ष लामो बलिउड यात्रालाई ताजा बनाइरहेको छ।
फिल्म बाजिगर (१९९३): 'कभी कभी जीत्ने के लिए कुच हार्न भि पड्त है, और हार कर जीत्ने वाले को बाजिगर केहेते है'
डर (१९९३): 'आइ लभ यु क्क्क किरण'
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएङ्गे (१९९५): 'बडे बडे देशो मे ऐसी छोटी छोटी बाते होती रेहेती है सेनोरिता'
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएङ्गे (१९९५): 'अगर ए तुझे प्यार कर्ती है तो एह पलट के देखेगि, पलट पलट्'
दिल तो पगल है (१९९७): 'राहुल, नाम तो सुना होगा?'
कुछ कुछ होता है (१९९८): 'प्यार दोस्ती है, अगर वो मेरी सब से अच्ची दोस्त नही बन सक्ति, तो मैन उस्से कभी प्यार कर हि नही सक्ता'
कुछ कुछ होता है (१९९८): 'हम एक बार जिते है, एक बार मर्ते है, सादी भि एक बार होती है, और प्यार एक बार हि होता है'
मोहब्बते (२०००): 'मे आज भि उस्से उत्नी हि मोहब्बत कर्ता हू इस लिए नही कि कोइ और नही मिली। पर इस लिए कि उस्से मोहब्बत कर्ने से फुर्सत हि नही मिल्ती।'
कभी खुशी कभी गम (२००१): 'जिन्दगी मेन अगर कुच बन्न हो, कुच हासिल कर्ना हो, कुच जीत्ना हो तो हमेसा दिल कि सुनो और अगर दिल भि कोइ जवाफ ना दे तो आन्खेन बन्द कर्के अप्नी मा और पापा क नाम लो । फिर देख्ना हर मन्जिल पाअर कर जओगे, हर मुश्किल आसान हो जाएगी । जीत तुम्हरी होगी, सिर्फ तुम्हारी।
देवदास (२००२): 'कौन कम्ब ख्त बर्दास कर्ने को पीता है । हम तोह पीते है कि यहाँ पर बैठ सके, तुम्हे देख सके, तुम्हे बर्दास कर सके।'
कल हो ना हो (२००३): 'आज, आज एक हसी और बाट लो । आज एक दुवा और माग लो, आज एक आँसु और पी लो। आज एक जिन्दगी और जी लो, आज एक सप्ना और देख लो । आज क्य पत, कल हो ना हो।
मे हू ना (२००४): 'जिन्दगी निकल्ती जाती है और हम सब प्यार के बिना जीना सीक लेते है । क्युन प्यार को मौका नही देते, क्युन अप्नो पर विश्वास नही कर्ते।
चक दे! ईन्डिया (२००७): 'मुझे स्टेटस के नाम ना सुनाइ देते है ना दिखाइ देते है । सिर्फ एक मुल्क क नाम सुनाइ देत है इण्डिया।
ॐ शान्ति ॐ (२००७): 'केहेते है अगर किसी चीजको दिल से चाहो तो पुरी कैनात उस्से तुम्से मिलने कि कोसिस मे लग जाती है।'
चेन्नाइ एक्स्प्रेस (२०१३): 'डन्ट अन डर एस्टिमेट द पावर अफ कमन म्यान'
ह्याप्पी न्यू यिए र (२०१४): 'किस्मत बढी कुत्ती चीज है । साली कभी भि पलट जाती है।'
र इस (२०१७): 'कोइ धन्दा छोटा नही होता और धन्दे से बढा कोइ धाराम नही होता'
स्रोत : बलिउडहङ्गामा